बालको मेडिकल सेंटर को मिली कोविड परीक्षण की अनुमति, इस उपलब्धि को हासिल करने वाला छत्तीसगढ़ का पहला निजी अस्पताल

नवा रायपुर. रायपुर के एक प्रमुख कैंसर अस्पताल बालको मेडिकल सेंटर को कोविडके परीक्षण के लिए राज्य और राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड दोनों की मंजूरी मिल गई है। बीएमसी इस उपलब्धि को हासिल करने वाला छत्तीसगढ़ का पहला निजी अस्पताल बन गया है।

वर्तमान कोविड परिदृश्य को देखते हुए यह समय की आवश्यकता है कि निजी अस्पताल इस क्षेत्र में प्रवेश करें ताकि परीक्षण मामलों के लिए प्रसंस्करण में तेजी आए। बीएमसी कीलैब में बेहतरीन हिस्टोपैथोलॉजिस्टए माइक्रोबायोलॉजिस्टए लैब तकनीशियन और विश्वस्तरीय उपकरणशामिल हैं।

बालको मेडिकल सेंटर के सीओओ एस वेंकट कुमार ने कहा कि बीएमसी कैंसर रोगियों का उपचार करता है जो की कोविड से अति सहजता से प्रभावित हो सकते है। कैंसर के रोगियों में कम रोग प्रतिरोधक क्षमता और कैंसर के उपचार के कारण संक्रमण के उच्च जोखिम होते हैं । हालांकि अस्पताल की टीम ने कैंसर रोगियों के इलाज के लिए कोविड के खतरे को बाधा नहीं बनने दिया। तेजी से कोविड परीक्षा.परिणाम प्राप्त करने से डॉक्टर्स को जल्द से जल्द उचित उपचार शुरू करने और रिश्तेदारों और कर्मचारियों की अधिकतम सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने आगे कहा की कोरों अस्न्क्रमं के रोकथाम के लिए विभन्न स्तर पर सुरक्षा का इंतजाम किया गया है .हाथ की सफाई. पीपीई किट, थर्मल स्क्रीनिग की व्यवस्था की गई ही ताकि किसी भी प्रकार से कोरोना का संक्रमन ना फैले. संक्रमितों के लिए अलग वार्ड की सुविधा, संदिग्धों को अलग आइसोलेशन वार्ड में रखा जाता है.भीड़भाड़ को रोकने के लिए रोगी के साथ केवल एक परिचर को अनुमति दी जा रही है

बालको मेडिकल सेंटर के सीएम्एस एवं सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ। जयेश शर्मा ने कहा, “हमें लगता है कि कैंसर के मरीज के इलाज में किसी भी प्रकार का जोखिम नहीं होना चाहिए। अगर कोई कैंसर रोगी, जो कोविड पॉजिटिव है, किसी भी ऑपरेशन से गुजरता है, तो उसकी जान को जोखिम बहुत बड़ जाता है। इन-हाउस कोविड परीक्षण का अनुमोदन हमें कुछ घंटों के भीतर पॉजिटिव रोगियों की पहचान करने और हमें उनके लिए उचित कैंसर उपचार प्रोटोकॉल तय करने में मदद करेगा। यह हमारे रोगियों और स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों को सुरक्षित रखने में मदद करेगा।“

 
 
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