बेंगलुरु:
कांग्रेस-जेडीएस के 16 बागी विधायकों के इस्तीफे के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को यथास्थिति बनाए रखने का निर्देश दिया है। इस बीच, मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार से कुछ वक्त की मांग की है, ताकि वे सदन में बहुमत साबित कर सकें। ऐसे में सवाल है कि यथास्थिति में स्वामी को बहुमत साबित करना पड़ा तो क्या होगा?
यथास्थिति में विश्वासमत साबित करने पर क्या होगा?
पहली: 16 बागी विधायक सरकार के खिलाफ वोटिंग करें। इस स्थिति में सरकार के पक्ष में 100 वोट पड़ेंगे। ये संख्या बहुमत के लिए जरूरी 112 के आंकड़े से कम है। ऐसे में कुमारस्वामी सरकार सदन में विश्वासमत खो देगी। सरकार के खिलाफ वोट करने पर बागियों की सदस्यता खत्म हो जाएगी।
दूसरी: बागी विधायक सदन से अनुपस्थित रहें। इस स्थिति में विश्वासमत के समय सदन में सदस्य संख्या 207 रह जाएगी। बहुमत के लिए जरूरी आंकड़ा 104 का हो जाएगा। लेकिन, बागियों की अनुपस्थिति में सरकार के पक्ष में केवल 100 वोट पड़ेंगे और सरकार गिर जाएगी।
तीसरी: बागियों के इस्तीफे मंजूर हो जाएं। इस स्थिति में भी सरकार को बहुमत के लिए 104 विधायकों की जरूरत होगी, जो उसके पास नहीं होंगे। सरकार गिर जाएगी।
चौथी: अगर विधानसभा अध्यक्ष बागियों को अयोग्य ठहरा देते हैं तो भी सदन में विश्वासमत के वक्त सरकार को बहुमत के लिए 104 का आंकड़ा चाहिए। यह उसके पास नहीं होगा। ऐसे में भी सरकार गिर जाएगी।
16 जुलाई तक यथास्थिति के आदेश
इस्तीफा स्वीकार न होने पर बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 16 जुलाई तक यथास्थिति बनाए रखें। बागी विधायकों का पक्ष रखते हुए वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार कुछ परिस्थितियों को छोड़कर अदालत के प्रति जवाबदेह हैं। स्पीकर इस्तीफे पर फैसला लेने की बजाए प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। इस याचिका पर अगली सुनवाई मंगलवार को होगी।
पैसों का इस्तेमाल कर रही भाजपा- राहुल गांधी
कर्नाटक को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा पैसों का इस्तेमाल कर राज्यों की सरकार गिराने की कोशिश कर रही है। वे पहले भी ऐसा कर चुके हैं, हमने नार्थ ईस्ट में भी देखा था।
सभी विधायक सदन में मौजूद रहें- कांग्रेस
कर्नाटक विधानसभा कांग्रेस के नेता गणेश हुक्केरी ने सभी विधायकों से शुक्रवार से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में शामिल रहने को कहा है। हुक्केरी के मुताबिक, कई अहम बिल सदन में पेश किए जाएंगे, जो विधायक इस दौरान गैर-मौजूद रहेगा उसे एंटी डिफ्केशन लॉ के तहत अवैध घोषित कर दिया जाएगा।
कांग्रेस के 13 और जेडीएस के 3 विधायकों ने दिया इस्तीफा
उमेश कामतल्ली, बीसी पाटिल, रमेश जारकिहोली, शिवाराम हेब्बर, एच विश्वनाथ, गोपालैया, बी बस्वराज, नारायण गौड़ा, मुनिरत्ना, एसटी सोमाशेखरा, प्रताप गौड़ा पाटिल, मुनिरत्ना और आनंद सिंह इस्तीफा सौंप चुके हैं। वहीं, कांग्रेस के निलंबित विधायक रोशन बेग ने भी मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। बुधवार को के सुधाकर, एमटीबी नागराज ने इस्तीफा दिया।