बड़ी खबर : 521 रैपिड टेस्ट किट पहुंची गरियाबंद, अब 72 घंटे नहीं 15 मिनट में आ रही कोरोना की रिपोर्ट

नई किट से 19 लोगों की हुई जांच,

फारूक मेमन

कोरोना जांच के लिए राज्य शासन ने 521 रैपिड टेस्ट किट गरियाबंद भेजी है जिससे इस कार्य में बेहद तेजी आ रही है गरियाबंद में इस किट का उपयोग भी प्रारंभ कर दिया गया है अब तक 19 मरीजों का पूर्णा जांच रैपिड टेस्ट किट के माध्यम से किया जा चुका है पहले रिपोर्ट के लिए 72 घंटे इंतजार करना पड़ता था अब महज 15 मिनट में कोरोना जांच की रिपोर्ट आ रही है हालांकि इसे पूर्णता सही ना मानते हुए मरीजों को केवल संदिग्ध मानकर उनकी पीसी पीआरटीसी पद्धति से पुनः जांच कराई जाती है लेकिन फिर भी ऐसे हजारों लोग जिन्हें संक्रमण नहीं है वह 72 घंटे तक कई प्रकार की परेशानियों से बच जाते हैं

गरियाबंद में कोरोनावायरस की जांच से जुड़े कार्य में बेहद तेजी आ गई है राज्य शासन की पहल के बाद अब गरियाबंद जिले को 521 रैपिड टेस्ट किट भेजा गया है इस किट की विशेषता यह है कि जांच की रिपोर्ट केवल 15 मिनट में आ जाती है जिसके लिए पहले 72 घंटों का इंतजार करना पड़ता था हालांकि इस कीट को पूरी तरह सही रिजल्ट देने वाला नहीं माना जाता है स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने खुद इस किट को 60 से 70% ही सही रिजल्ट देने वाला बताया है लेकिन इस किट में पॉजिटिव आने वाले लोगों का ही कोरोना के लिए पुरानी पद्धति बलगम से जांच किए जाने की पद्धति के चलते यह किट काफी उपयोगी सिद्ध हो रही है सबसे खास बात यह है कि पहले जांच के बाद संदिग्ध व्यक्ति घर चला जाता था जिससे यह डर बना रहता था कि अगर वह पॉजिटिव मरीज निकला तो इन 72 घंटों में वह और कितने अपने ही परिवार वालों के संपर्क में आकर उन्हें भी संक्रमित करने का खतरा बना रहता था ऐसे में यह नइ रैपिड टेस्ट किट वरदान साबित हो रही है क्योंकि इसमें जांच के बाद व्यक्ति अस्पताल में ही इंतजार करता है और जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही वापस लौटा है अगर इसमें पॉजिटिव आया तो, तत्काल अस्पताल में ही व्यक्ति का पुरानी पद्धति से बलगम आदि लेकर 100 प्रतिशत सही टेस्ट के लिए रायपुर एम्स हॉस्पिटल भेजा जाएगा अन्यथा व्यक्ति को नेगेटिव आने पर व्यक्ति को यही जानकारी दे दी जा रही है,

खास बात यह है कि पहले जहां व्यक्ति के गले और नाक से बलगम का सैंपल लेकर उसे ठंडा रखते हुए रायपुर भेजा जाता था वहीं इस जांच में व्यक्ति का खून का सैंपल लिया जाता है जिसमें यह देखा जाता है कि किसी बाहरी बीमारी से लड़ने के लिए रक्त कोशिकाओं में कितनी और किस प्रकार की प्रतिरोध क्षमता विकसित की है, हम आपको बता दें कि राज्य शासन ने पहले भी 100 नग रैपिड टेस्ट किट गरियाबंद भिजवाई थी मगर कुछ परेशानियों के चलते 100 वापस मंगवा ली गई अब इन नई रैपिड टेस्ट किट के उपयोग की अनुमति मिलने और भेजने आने के बाद आज से ही इनका उपयोग प्रारंभ कर दिया गया है।

क्या कहते हैं सीएमएचओ

डॉक्टर एन नवरत्न
जिला चिकित्सा अधिकारी

इस संबंध में जिला चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एन नवरत्न का कहना है कि यह सही है इस किट के आने के बाद जांच के काम में तेजी आई है लेकिन इसे 100% सही नहीं माना जाता इसमें पॉजिटिव आने के बाद व्यक्ति को संदिग्ध ही माना जाता है कोरोना पॉजिटिव नहीं, इसके बाद उस व्यक्ति कि पीसी पीआरटीसी पद्धति से सैंपल लेकर विस्तृत जांच के लिए रायपुर भेजा जाएगा वहां की रिपोर्ट के बाद ही व्यक्ति को उपचार के लिए रायपुर ले जाया जाएगा यह राज्य शासन की कड़ी मेहनत का परिणाम ही है कि लाकडाउन के नियमों का अच्छे से पालन के चलते गरियाबंद जिले में अब तक एक भी कोरोनावायरस पॉजिटिव नहीं मिला है 500 रैपिड टेस्ट किट भेजी गई है कल पहले दिन 10 लोगों की जांच ईससे की गई, उम्मीद है इससे काफी सुविधा मिलेगी।

खबर को शेयर करें