गरियाबंद—गरियाबंद के नगर पालिका अध्यक्ष गफ्फु मेमन ने एक विज्ञप्ति जारी कर क्वॉरेंटाइन किए जा रहे लोगों को इसके पूर्व जांच न करने पर सवाल उठाए हैं नपा अध्यक्ष मेमन का कहना है कि इससे गरियाबंद के लोग असुरक्षित हैं और भय व्याप्त है.इस विषय को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को एक पत्र भी लिखा है जिसमें उन्होंने जांच नहीं करना गलत होने की बात लिखी है
कोरोना वायरस के खिलाफ पूरे देश में एक मुहिम छिड़ी हुई है ऐसे में कई लोग फ्रंटलाइन पर कोरोना के खिलाफ संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं गरियाबंद नगर को कोरोना वायरससे सुरक्षित रखने बेहद सक्रिय रहते हुए विभिन्न कार्य में जुटे नगर पालिका अध्यक्ष गफ्फार मेमन ने एक विज्ञप्ति जारी की है विज्ञप्ति में उन्होंने कई गंभीर चिंता व्यक्त की है विज्ञप्ति में उन्होंने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री को इस संबंध में पत्र भी लिखा है गफ्फार मेमन ने मुख्यमंत्री को पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ से बाहर गए हुए छात्रों एवं श्रमिकों का गरियाबंद जिले में प्रवेश पश्चात बिना मेडिकल चेकअप कराएं मूल निवास स्थान के क्वॉरेंटाइन सेंटर पर भेजने के संबंध में गफ्फार मेमन ने चिंता व्यक्त की है
उन्होंने लिखा है कि वैश्विक महामारी कोरोना संकट के कारण लाअडाउन होने से छत्तीसगढ़ के छात्र एवं श्रमिक गण छत्तीसगढ़ से बाहर फंसे हुए हैं जिन्हें छत्तीसगढ़ शासन के प्रयास से उपलब्ध संसाधन द्वारा संबंधितो के मूल निवास से लगा हुआ मेडिकल चेकअप पश्चात क्वॉरेंटाइन सेंटर में क्वॉरेंटाइन किया जाना है लेकिन वर्तमान में बाहरी प्रदेशों से आने वाले छात्र एवं श्रमिकों का गरियाबंद आगमन पश्चात बिना मेडिकल चेकअप कराएं संबंधित को क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजा जा रहा है जिसके कारण जिला मुख्यालय गरियाबंद के नागरिक गण पूर्णता असुरक्षित हैं एवं लोगों में काफी भय व्याप्त है आगे पत्र में उन्होंने लिखा है की यदि उपरोक्त लापरवाही के कारण जिला गरियाबंद में कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। अत: निवेदन है कि बाहरी प्रदेशों से आने वाले छात्र एवं श्रमिकों का मेडिकल चेकअप पश्चात क्वॉरेंटाइन सेंटर में क्वॉरेंटाइन करने हेतु जिला प्रशासन को निर्देशित करने की कृपा करें