तपती धूप में नंगे पाँव आयी वृद्धा को देख द्रवित हुए एस.पी. भोजराम पटेल



एस.पी. ने कहा कैईसे आय हस दाई का काम है मोला बता

वृद्ध महिला को एसपी ने अपने पास बैठा पानी पिलाया और भोजन और चप्पल के लिए राशि दी

गरियाबंद….गरियाबंद जिला के पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आज भरी दोपहरी में एक वृद्घ महिला 25 किमी दुर सहसपुर अपने गाँव से अपनी फ़रियाद लेकर एसपी से मिलने पहुँची थी। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल सभाकक्ष में मीटिंग ले रहे थे। मीटिंग के उपरांत अपने चेम्बर मे जाते समय बरामदे के बेंच में बैठी एक वृद्ध महिला को देख कर स्वतः ही उक्त बिना चप्पल पहने वृद्ध महिला को देख उसी के पास पहुच गये आज पहली बार ऐसा हो रहा था कि फरियादी या लोग पुलिस अधीक्षक से मिलने के लिए इंतजार करते हैं आज वही उक्त महिला को देख स्वयं ही उसकी बात सुनने उसके दूख तकलीफ को सुनने एस.पी. भोजराम पटेल स्वयं पहुंच गए जिनके साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन सिंह राठौर भी उपस्थित थे

इसी दौरान यह प्रतिनिधि भी एकाएक एसपी कार्यालय में पुलिस अधीक्षक को एक वृद्ध महिला से इतने अपनत्व से बात करते देख वहां पहुंच गया जहां मैंने कुछ फोटूग्राफ लिए देखा कि पुलिस अधीक्षक लगातार उस महिला को पुछ रहे थे माताजी का होगे का समस्या है कैसे आए हस इन सारी बातों को लेकर वे उससे पूछते रहे और वह वृद्ध महिला भी लगातार अपने बच्चों को बताने वाली बात जैसे बड़ी दुलार के साथ अपनी समस्या बाबू बाबू कह कर एसपी साहब को सुनाती रही इसी दौरान पुलिस अधीक्षक ने तत्काल पांडुका थाना प्रभारी श्री बघेल को फोन लगाते हुए उक्त महिला के दर्द और तकलीफ को तत्काल दूर करने का निर्देश दिया उक्त वृद्ध महिला यह समझ ही नहीं पा रही थी कि वह किससे बात कर रही है और कौन है उससे पूछने वाला है जब महिला को बतलाया गया कि यह पुलिस के सबसे बड़े साहब हैं और इसी से मिलने के लिए तुम इंतजार में बैठी थी वे खुद तुमसे यहां मिलनेआये है और तुमसे बात कर रहे हैं

तब उसके समझ में आया कि इतने बड़े अधिकारी उनसे माता जी कह कर पुछ रहे हैं उनसे बात कर रहे हैं जिसके बाद उस वृद्ध महिला ने एस.पी से कहा कि मोर दुःख पीरा ल सुने हस, मोरे बेटा बरोबर लागत हस” जिसके सुनते ही पुलिस अधीक्षक भी द्रवित हो गए और भावविभोर होकर तत्काल उन्होंने अपने समीप खड़े पुलिस के अधिकारियों को पैसा देते हुए निर्देशित किया कि तत्काल दाई के पैर के लिए चप्पल और भोजन की व्यवस्था कराएं और इन्हे कोई भी तकलीफ ना हो इस बात का विशेष ख्याल रखें इसी के साथ लगभग 15 से 20 मिनट तक पुलिस अधीक्षक उस वृद्ध महिला से बडे अपनत्व से बात करते रहे इह वक्त कहीं भी किसी भी दृष्टिकोण से भोजराम पटेल पुलिस अधीक्षक नजर नहीं आ रहे थे मात्र एक छत्तीसगढ़िया बेटे के जैसा वे वृद्ध से बात कर रहे थे एसपी ने वृद्घा को आफ़िस में बैठाकर पानी पिलाया और अपने मोबाइल नम्बर देकर कहा कि जब कभी कोई समस्या होगी तो गाँव के किसी व्यक्ति से फ़ोन करवाना। वृद्घ महिला ने आशीर्वाद देते हुए कहा जहां लोगों ने इस दृश्य को देखकर पुलिस अधीक्षक के इस नरम स्वभाव और ग्रामीण और वृद्धों के प्रति ऐसा मान सम्मान देख गौरान वित्त हुए तथा उक्त वृद्ध महिला के जाने के बाद पुलिस अधीक्षक के इस अपनापन और एक वृद्ध के प्रति मान सम्मान को देख लगातार आपस में चर्चा करने लगे।

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