जगदलपुर: मेडिकल कॉलेज के कोविड हास्पिटल में मंगलवार को एक दृष्टिबाधित कोरोना पॉजिटिव मरीज को अकेले भर्ती कर दिया गया यही नहीं यहां हास्पिटल में मरीज को भर्ती करने के बाद स्टाफ ने उसे दवायें भी दे दी और निर्देश दिया कि दिन में तीन बार गोलियां देखकर खा लेना। इधर दृष्टिबाधित मरीज के हास्पिटल में भर्ती होने के बाद उसके परिजन चिंतित हो उठे और युवक को होम आईसोलेशन में भिजवाने के लिए प्रयास करने लगे। दृष्टिबाधित मरीज के कोविड हास्पिटल में भर्ती होने की जानकारी मेकाज के बड़े अफसरों को भी नहीं थी। देर शाम परिजनों ने मामले में मदद के लिए से संपर्क किया तो मीडिया की टीम ने अफसरों को पूरी कहानी बताई। इसके बाद कोविड हास्पिटल के प्रभारी नवीन दुल्हानी ने खुद मरीज की जांच की और उसे होम आईसोलेशन के लिए शिफ्ट करवाने की व्यवस्था की।
दरअसल आसना में रहने वाले एक परिवार के दो भाईयों की तबीयत अचानक खराब हो गई। इसके बाद दोनों भाई मेकाज में भर्ती हुए यहां उन्हें बफर वार्ड में रखा गया था। मंगलवार को दोनों की कोरोना रिपोर्ट आई तो दृष्टिबाधित युवक पॉजिटिव निकला और दूसरा निगेटिव निकला। ऐसे में दृष्टिबाधित युवक को कोविड हास्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया। दृष्टिबाधित युवक दिनभर कोविड हास्पिटल में ही रहा।
कोविड प्रभारी ने होम आईसोलेशन के लिए तत्काल व्यवस्था करवाई
इधर दृष्टिबाधित युवक के हास्पिटल में भर्ती होने की जानकारी मिलते ही कोविड प्रभारी डॉ नवीन दुल्हानी ने पहले युवक की सेहत की जांच की। सब कुछ सामान्य मिलने के बाद उन्होंने युवक के इलाज के लिए उसके घर पर ही व्यवस्था करवाई और तत्काल एंबुलेंस के जरिये युवक को घर पहुंचाया गया।
आंखों में दो रोग, एक साथ नहीं देख पाता है युवक
दृष्टिबाधित जिस युवक को कोविड हास्पिटल में भर्ती किया गया था वह रतौंधी और मोतियाबिंद से पीड़ित है। ऐसे में वह देख पाने में असमर्थ है। सामान्य दिनों में भी युवक घर पर ही रहता है और परिवार के सदस्यों की मदद उसे कई कामों में लगती है।