उड़िसा से 6 मजदूर सायकल से एम.पी. जाते रोके गये, सभी को पुलिस द्वारा पुनः उडिसा भेजा गया वापस

फारूक मेमन

गरियाबंद :पूरे भारत में लाक डाउन की स्थिति के चलते उड़ीसा में भी यही स्थिति बनी हुई है जहां पर खाना-पीना व राशन की कमी व लगभग 15, 20 दिनों तक लाक डाउन की स्थिति को देखते हुए मध्य प्रदेश के मजदूरों जो उड़ीसा में बोरवेल खनन हेतू गए थे वे वापसी की स्थिति टूक बस नहीं मिलने से 600 किलोमीटर का रास्ता साइकिल से तय करने का निश्चय करते हुए मध्यप्रदेश जा रहे थे जहां उन्हें गरियाबंद जिला के पांडुका थाना के पुलिस प्रशासन ने रोककर वापस उड़ीसा भेजा

मध्यप्रदेश के छै मजदूर पिछले छै माह से ओड़िसा के धरमगढ़ जिला में बोरवेल मशीन में कार्य कर रहे थे ।इसी दौरान देश मे फैले कोरोना जैसे महामारी के चलते लाकडाउन कर कार्य बन्द होने के साथ ही सभी वाहनों के पहिए भी थम गये ।जिससे उक्त छै मजदूर जो ओड़िसा मे बोरवेल वाहन में कार्य कर रहे थे उन्होंने अपने घर जाने का सोचा और अपने मालिक से सायकल दिलवाकर सायकल से ही सैकड़ो किलोमीटर का सफर करते हुए अपने घर मध्यप्रदेश के डिंडौरी जाने के लिए निकल गए । और दो सौ किलोमीटर का सफर तय करते हुए पांडुका ग्राम तक पहुच भी गए तभी पांडुका थाने के द्वारा जांचपड़ताल किया गया ।और कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए उन्हें पुनः वापस गरियाबंद जिला मुख्यालय भेजा गया ।और जिला मुख्यालय से वापस ओड़िसा धरमगढ़ भेज दिया साथ ही उन्हें गरियाबंद जिला मुख्यालय के कोतवाली प्रभारी के द्वारा समझाइस दिया गया कि आज पूरे देश मे कोरोना का प्रकोप फैला हुआ है ,जिसके चलते वे अपने घर नही जा सकते जहां से आये है वही रहे और माहौल शांत होने के बाद वे घर चले जाए ।

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