- 15 दिन से वेंटिलेटर पर थे
- आतंकवादियों को किया था गिरफ्तार
- परिवार को 50 लाख: सीएम शिवराज सिंह ने की घोषणा
इंदौर: शनिवार रात 3:30 बजे इंदौर के अरविंदो अस्पताल में मध्य प्रदेश पुलिस के इंस्पेक्टर देवेंद्र चंद्रवंशी की कोरोना महामारी के कारण मौत हो गई। वह ऑन ड्यूटी इनफेक्टेड हुए थे। टीआई देवेंद्र चंद्रवंशी शाजापुर के रहने वाले थे एवं जूनी थाने में पदस्थ थे। वह मध्य प्रदेश के कई पुलिस थाना में पदस्थ रहे। सभी इलाकों में उनके प्रशंसक मौजूद हैं। होशंगाबाद जिले के पिपरिया थाने में पदस्थापना के दौरान उन्होंने आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था। उनके साथ तैनात रहा एएसआई भी संक्रमित है। इंदौर में अब तक कोरोना के 890 पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं, जबकि 49 लोगों की मौत हुई है।
टीआई देवेंद्र चंद्रवंशी 15 दिन से वेंटिलेटर पर थे
सीएसपी दिशेष अग्रवाल ने बताया कि जांबाज टीआई देवेंद्र चंद्रवंशी अब हमारे बीच नहीं रहे। सुबह जैसे ही पुलिसकर्मियों की नींद खुली और ये दुःखद सूचना मिली तो सबका मन बैठ गया। टीआई का अरविंदो अस्पताल में कई दिनों से इलाज चल रहा था। डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना के साथ ही उन्हें निमोनिया का संक्रमण बहुत ज्यादा हो गया था। हालत गंभीर होने पर वे 15 दिन से वेंटिलेटर पर थे।
परिवार को 50 लाख: सीएम शिवराज सिंह ने घोषणा की
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर के इन्स्पेक्टर ड़ीके चंद्रवंशी के निधन पर शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए 50 लाख रुपये की राशि स्वीकृत करने और दिवंगत थाना प्रभारी की पत्नी को सब इंस्पेक्टर बनाने की घोषणा की है।
टीआई देवेंद्र चंद्रवंशी शाजापुर के रहने वाले थे
2007 में एसआई बने चंद्रवंशी शाजापुर जिले के रहने वाले थे। उनकी मौत से पुलिस महकमे में शोक है। वह मध्य प्रदेश के कई पुलिस थानों में पदस्थ रहे। होशंगाबाद जिले के पिपरिया थाने में पोस्टिंग के दौरान उन्होंने आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था। इस सफलता की बात टीआई देवेंद्र चंद्रवंशी को होशंगाबाद के सबसे बड़े सामाजिक सम्मान ‘माधव ज्योति अलंकरण’ से सम्मानित किया गया था।
इंदौर में टीआई सहित अब तक 49 लोगों की मृत्यु
इंदौर में 70 वर्षीय महिला की निजी अस्पताल में मौत हुई है। देर रात टीआई की मौत के साथ शहर में मृतकों का आंकड़ा 49 पहुंच गया। इसी बीच, प्रशासन ने पूरे शहर की स्क्रीनिंग कराने का फैसला किया है। इसके लिए 1600 टीमें बनेंगी जो अगले सात दिन में शहर के 5 लाख घरों में लोगों की सेहत की जानकारी जुटाएगी। सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि इसमें से 1 लाख घरों में (ज्यादातर कंटेनमेंट एरिया) करीब 7 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। 525 टीमें संक्रमित इलाकों में सर्वे कर बीमारी के लक्षण वाले मरीजों की पहचान कर रही है। इस दौरान करीब 650 में से 40 के सैंपल लिए हैं। अब दायरा बढ़ाने के लिए 230 अतिरिक्त टीमें बना दी हैं। रविवार से कुल 640 टीमों ने काम शुरू किया। इसके अलावा 500 और टीमें बढ़ा रहे हैं। दो-तीन दिन में लगभग 1200 से 1600 टीमें घर-घर पहुंचेंगी।