अंतरराष्ट्रीय क्रेता-विक्रेता सम्मेलन में 16 देशों के प्रतिनिधि हुए शामिल; टाटा व यूरोपीय कंपनियों से ये हुए एमओयू

रायपुर:

राजधानी में शुक्रवार से इंटरनेशनल बायर-सेलर मीट शुरु हुआ। इसमें सभी राज्यों के साथ 16 देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। पहले दिन आठ एमओयू हुए। राज्य मंडी बोर्ड से चार और इतने ही कोसा हैंडलूम से संबंधित अनुबंध कई देशों के साथ किए गए हैं।

सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि राजधानी रायपुर में अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट एवं कार्गो हब बनाने के लिए केन्द्र सरकार से आग्रह किया गया है। यहां के किसान मेहनतकश, कर्मठ और ईमानदार है। रायपुर केवल छत्तीसगढ़ की ही राजधानी नहीं बल्कि विविध कृषि उत्पाद और वनौषधि की भी राजधानी है।

ऐसे आयोजनों के माध्यम से उत्पादकों और उपभोक्ताओं के बीच सीधा संबंध बढ़ेगा। इससे अंतर्राष्ट्रीय बाजार मिलने से जहां किसानों को फायदा होगा। उपभोक्ताओं को सही दाम पर सामग्री मिलेगी। छत्तीसगढ़ के कोसा वस्त्रों तथा फल और सब्जियों उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा। बघेल ने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी’ की जानकारी  देते हुए बताया कि इससे नदी-नालों का संवर्धन, पशुधन का विकास किया जा रहा है। इससे गोबर खाद से आर्गेनिक फलों एवं सब्जियों का उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा।

कृषिमंत्री चौबे बोले-छत्तीसगढ़ी चावल की खुशबू महकेगी विदेशों में  :

कृषिमंत्री रविन्द्र चौबे ने आशा व्यक्त की कि छत्तीसगढ़ के चावल की खुशबू अब अंतर्राष्ट्रीय बाजार में महकेगी। यहां की वनौषधियों जंगलों से निकलकर अंतर्राष्ट्रीय बाजार तक पहुंचेगी। उन्होंने छत्तीसगढ़ के परम्परागत उत्पादों की नैर्सिगिता, गुणवत्ता और उत्कृष्टता की तारीफ करते हुए इसके माध्यम से पूरी दुनिया को लाभान्वित करने पर बल दिया।

टाटा व यूरोपीय कंपनियों से ये हुए एमओयू

  1. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कृषिमंत्री रविंद्र चौबे की उपस्थिति में छत्तीसगढ़ कृषि और हैण्डलूम उत्पादों के अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर बाजार उपलब्ध कराने के लिए आठ कंपनियों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। कृषि उत्पादों के लिए बांग्लादेश, ग्रीस की विभिन्न कंपनियों और यूरोप-इंडिया एग्रीकल्चर फोरम के साथ एमओयू किया गया।
  2. मंडी बोर्ड के साथ कृषि उत्पादों के लिए बांग्लादेश फ्रेश फ्रूटस इम्पोर्टर्स एसोसिएशन, बांग्लादेश एग्रो प्रोसेसर्स एसोसिएशन, ग्रीक फूड कॉरीडोर ग्रीस और यूरोप-इंडिया एग्रीकल्चर फोरम ने एमओयू किए।
  3. हैण्डलूम वस्त्रों के लिए टाटा कंपनी के ब्रांड तनीरा के साथ एमओयू किया गया। कंपनी का यह ब्रांड प्राकृतिक रेशे से बुनी गयी साड़ियों और वस्त्रों के लिए कौशल उन्नयन और ब्रांडिंग में सहयोग करेगा। इससे छत्तीसगढ़ के बुनकरों को अपने उत्पाद की गुणवत्ता में सुधार और अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय बाजारों में अच्छा मूल्य प्राप्त करने का मौका मिलेगा। शेष|पेज 9
  4. छत्तीसगढ़ के हैण्डलूम और सिल्क उत्पादों को विश्वस्तरीय बाजार उपलब्ध कराने के लिए छत्तीसगढ़ हाथ करघा विकास एवं विपणन संघ के साथ चार एमओयू किए गए। ये एमओयू टाटा कंपनी लिमिटेड, पेरा मोन इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, एक गांव ग्रुप टैक्नॉलाजी प्राइवेट लिमिटेड और संत रविदास एमपी हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम के साथ किए गए।
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