हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला, 8 जवान शहीद

कानपुर: कानपुर में कुख्यात बदमाशों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला हो गया जिसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं। मुठभेड़ में 2 बदमाशों को भी मार गिराया गया है। बताया जा रहा है गुरूवार को करीब 12.30 बजे हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने के लिए बिठूर और चौबेपुर की पुलिस ने उसके घर में दबिश दी थी जहां विकास और उसके साथियों ने पुलिस पर हमला बोल दिया। शहीद होने वाले पुलिसकर्मियों में एक सर्कल ऑफिसर (डीएसपी), 3 सब इंस्पेक्टर शामिल हैं ।

ड्रोन से हो रही निगरानी

इस मुठभेड़ में पुलिस के 8 जवान शहीद हो गए हैं वहीं उन्होंने दो बदमाशों को भी मार गिराया है। घटना के बाद पुलिस फोर्स ने विकास के गांव बिकरू को चारों तरफ से घेर लिया है और ड्रोन से उसकी निगरानी कर रही है। बिकरू और चौबेपुर में छिपे बदमाशों की धर-पकड़ का काम पुलिस ने शुरू कर दिया है। एसटीएफ की टीम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिया है ।

आखिर कौन है विकास दुबे

आपको बता दें कि विकास दुबे बहुजन समाज से लंबे समय से जुड़ा हुआ है और पूर्व प्रधान के साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष भी रहा चुका है। शुरू से आपराधिक प्रवृत्ति के विकास दुबे ने राजनीतिक चोला पहन कई अन्य अपराध को अंजाम दिया है। बताया जाता है कि उसका काला कारोबार इलाहाबाद व गोरखपुर तक फैला हुआ है। रंगदारी और कारोबारियों से वसूली के 60 से अधिक मामले उस पर दर्ज हैं। विकास दुबे एक नामचीन हिस्ट्रीशीटर है और उसके ऊपर 25 हजार रुपया का ईनाम भी घोषित है। राहुल तिवारी नाम के एक शख्स ने विकास दुबे पर हत्या का केस दर्ज कराया था। जिसके बाद कल रात पुलिस की टीम विकास दुबे के गांव पहुंची थी।

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