भोपाल : मध्यप्रदेश में कांग्रेस विधायक पद से त्यागपत्र देने वाले राहुल सिंह लोधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ग्रहण की कर ली है।
इस बीच विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने आज एक वीडियो संदेश जारी किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि श्री राहुल सिंह लोधी ने दो दिन पहले त्यागपत्र उन्हें सौंपा था। श्री शर्मा के अनुसार उन्होंने विधायक से अनुरोध किया था कि वे इस निर्णय पर फिर से विचार करें और अपने परिजनों तथा शुभचिंतकों से भी चर्चा करें।
श्री शर्मा ने कहा कि इसके बाद श्री राहुल सिंह लोधी फिर से मिले और त्यागपत्र देने की बात दोहरायी। श्री शर्मा ने कहा कि उन्होंने विधायक का त्यागपत्र स्वीकार कर लिया है।
राज्य में इन दिनों 28 विधानसभा उपचुनावों के लिए प्रचार अभियान पूरे जाेर पर पहुंच गया है और मतदान तीन नवंबर और मतगणना 10 नवंबर को होगी। कुल 230 सदस्यीय विधानसभा में वर्तमान में 201 विधायक हैं, जिनमें भाजपा के 107 विधायक शामिल हैं। श्री राहुल सिंह के त्यागपत्र के बाद कांग्रेस के विधायकों की संख्या 88 से घटकर 87 हो गयी है। शेष में दो विधायक बसपा के, सपा का एक और चार निर्दलीय विधायक शामिल हैं।
राहुल लोधी के इस्तीफे के बाद विधानसभा में दलगत स्थिति
पार्टी | सीट |
भाजपा | 107 |
कांग्रेस | 87 |
बसपा | 2 |
सपा | 1 |
निर्दलीय | 4 |
खाली सीट | 29 |
भाजपा के विकास कार्यों ने प्रभावित किया: राहुल
भाजपा में शामिल होने के बाद राहुल ने कहा कि उन्होंने सबसे पहला वचन दमोह में मेडिकल कॉलेज खोले जाने का दिया था, लेकिन कमलनाथ ने 15 महीने में कुछ नहीं किया। विकास की तो बात ही नहीं की गई। वह तब भी अडिग थे और आज भी हैं। प्रलोभन की बात नहीं है। छह महीने में भाजपा सरकार ने जिस तरह से विकास किया है, उसी को देखते हुए वह भाजपा में शामिल हुए हैं।
कांग्रेस बोली- भाजपा की सौदेबाजी जारी
राहुल के पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस ने भाजपा पर पलटवार किया है। कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा- प्रदेश पर 25 उपचुनाव थोपने वाली भाजपा अभी भी बाज नहीं आ रही है। लोकतंत्र की हत्या और सौदेबाजी का खेल लगातार जारी है। भाजपा ने चुनाव में अपनी संभावित हार को देखते हुए खरीद-फरोख्त का खेल फिर शुरू कर दिया है। राहुल सिंह लोधी से पहले कांग्रेस के 25 विधायक भाजपा में शामिल हो चुके हैं।