धार:
मवेशी चराकर घर लौट रही बालिका बिजली गिरने से चपेट में आ गई। पिता ने बेटी की जान बचाने के लिए उसे कंधे पर उठाया और एक किमी दूर घर पहुंचा। तुरंत साधन नहीं मिला तो बाइक से ही अस्पताल के लिए निकले। रास्ते में एंबुलेंस मिली तो बालिका को उसमें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। बालिका करीब 40 प्रतिशत झुलसी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार लक्ष्मी पिता तैरसिंह चंदाना नालछा के पिपलीमार्ग गांव की रहने वाली है। गुरुवार दोपहर में लक्ष्मी कुछ साथियों के साथ मवेशी चराने गई थी। शाम करीब 4 बजे तक नहीं लौटी तो पिता तैरसिंह उसे लेने के लिए जंगल गए। जंगल में नाले के पास बिजली गिरने से लक्ष्मी उसकी चपेट में आ गई।
पिता भी बिजली की आवाज सुनकर उस तरफ दौड़े। पास जाकर देखा तो बेटी लक्ष्मी बिजली की चपेट में आने से झुलसकर नाले के साइड खेत में पड़ी थी। पिता ने उसे तुरंत उठाया और कंधों पर लेकर घर की तरफ दौड़ लगा दी।
करीब 1 किमी दूर बेटी को कंधे लेकर घर पहुंचे। अस्पताल के लिए साधन नहीं मिला तो बाइक पर ही गोद में लेकर बेटी को अस्पताल के लिए निकले। इसी दौरान किसी ने एंबुलेंस को फोन कर दिया था। करीब दो किलोमीटर दूर सकलनपुर पहुंचे तो एंबुलेंस आ गई। वहां से बेटी को एंबुलेंस में जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। इलाज के बाद बालिका को बर्न वार्ड में भर्ती किया गया है। पैर झुलस गए। करीब 40 प्रतिशत बच्ची झुलसी है।
बारिश हो रही थी देखने गया था
पिता तैरसिंह ने बताया कि साथ में मवेशी चराने गए सभी लोग आ गए थे। बारिश हो रही थी तो बेटी की चिंता होने लगी। उसे जंगल में लेने ही जा रहा था। जंगल में पहुंचने पर बिजली गिरने की आवाज सुनाई दी। दौड़कर उस तरफ जाकर देखा तो बेटी बिजली की चपेट में आने के बाद खेत में पड़ी थी। उसे कंधे पर उठाकर घर तक लाया।