पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का निधन, एम्स में ली अंतिम सांस

नई दिल्ली:

बीजेपी की नेत्री और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) का देर शाम दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में निधन हो गया. उन्हें देर शाम को हार्ट अटैक होने पर एम्स लाया गया था. उनका परिवार उनको एम्स लेकर आया था. वे 67 वर्ष की थीं. एम्स के सूत्रों के मुताबिक सुषमा स्वराज को रात 10 बजकर 15 मिनट पर अस्पताल लाया गया. उन्हें सीधे आपातकालीन वॉर्ड में ले जाया गया. वरिष्ठ बीजेपी नेत्री का 2016 में गुर्दा प्रत्यारोपित किया गया था.

पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) को तबियत बिगड़ने पर रात में एम्स लाया गया था. सूचना मिलते ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन भी एम्स पहुंच गए थे. गौरतलब है पिछले कुछ दिनों से सुषमा स्वराज की तबीयत ख़राब था. इसी वजह से उन्होंने लोकसभा का चुनाव भी नहीं लड़ा था.

सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) बीजेपी की दिग्गज नेत्री थीं जिनकी तारीफ विपक्ष के नेता भी करते थे. उनके अस्वस्थ होने की खबर मिलते ही बीजेपी के कई दिग्गज नेता और मंत्री एम्स पहुंच गए थे. इनमें नितिन गडकरी, डॉ हर्षवर्धन, राजनाथ सिंह और स्मृति ईरानी शामिल थीं. 

नौ बार सांसद रहीं सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) आम लोगों मे अपार लोकप्रिय थीं. उनको ट्वीटर पर एक करोड़ 20 लाख से अधिक लोग फॉलो करते थे. वे दिल्ली की मुख्यमंत्री रही थीं. सुषमा स्वराज सन 1977 में सबसे कम उम्र की राज्यमंत्री बनी थीं. अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में वे सूचना एवं प्रसारण मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री रहीं. सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) ने अस्वस्थता के कारण ही पिछला लोकसभा चुनाव न लड़ने का फैसला लिया था. उनके इस निर्णय पर बीजेपी के ही समर्थकों में हैरानी थी. कई लोगों ने उनसे चुनाव लड़ने की अपील की थी. इस पर सुषमा स्वराज ने जवाब दिया था कि- मेरे चुनाव ना लड़ने से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता. श्री नरेंद्र मोदी जी को पुनः प्रधानमंत्री बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को जिताने में हम सब जी जान लगा देंगे. सुषमा स्वराज ट्विटर पर काफी सक्रिय रहती थीं. विदेश मंत्री रहते हुए वे ट्वीटर पर शिकायत मिलते ही विदेश मंत्रालय से जुड़ीं पासपोर्ट आदि समस्याओं का समाधान कर देती थीं.

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