भिलाई:
साडा जमीन विवाद पर दर्ज धोखाधड़ी के केस में भिलाई पुलिस की टीम ने लगातार पांचवें दिन भी निलंबित डीजी मुकेश गुप्ता के दिल्ली स्थित ठिकानों पर जांच की। बुधवार को पुलिस को टीम महरौली तक गई, लेकिन गुप्ता नहीं मिले। पुलिस ने उनकी पत्नी से भी पूछताछ की है, लेकिन वह और परिजन नहीं बता पाए कि गुप्ता कहां हैं? इधर, सूत्रों के अनुसार पुलिस टीम इस मामले में डीजी गुप्ता के खिलाफ वारंट लेकर पहुंची है, ताकि गिरफ्तारी में तकनीकी पेंच न आए। यही नहीं, वारंट तामील नहीं होने की दशा में गुप्ता को फरार घोषित करने की तैयारी है। इस मामले में सारे आला पुलिस अफसर ही नहीं, प्रशासनिक मशीनरी भी चुप्पी साधे हुए है।
लेकिन
पता चला है कि आला अफसरों ने कानूनविदों से उस पत्र पर सलाह-मशविरा किया है, जो डीजी गुप्ता ने मंगलवार को
लिखा था। इसमें कहा गया था कि वे (गुप्ता) अब बयान के लिए उपस्थित नहीं होंगे।
सूत्रों के मुताबिक इस पत्र के आधार पर अफसर फरार घोषित करने के प्रावधान तलाश रहे
हैं। दिल्ली गई टीम को फिलहाल वहीं रुककर गुप्ता की तलाश जारी रखने और इस दौरान
जरूरत पड़ने पर दिल्ली पुलिस की मदद से छापे मारने के लिए भी कहा गया है। उच्चपदस्थ
सूत्रों ने बताया कि डीजी गुप्ता के दिल्ली में ही होने की प्रबल संभावना है, इसलिए पुलिस टीम वहीं रोकी गई
है। टीम को दिल्ली पुलिस से भी डीजी गुप्ता के बारे में इनपुट मांगने के निर्देश
दिए गए हैं।
सुपेला थाने में दर्ज है चारसौबीसी : एडीजी हिमांशु गुप्ता के
निर्देश पर दुर्ग सीएसपी विवेक शुक्ला के नेतृत्व में टीआई गौरव तिवारी व एसआई
राजेंद्र कंवर समेत एक एसआई और एएसआई को दिल्ली रवाना किया गया है। मुकेश गुप्ता
के खिलाफ माणिक मेहता की शिकायत पर सुपेला थाने में धारा 409,
420, 467, 471, 201, 421 के तहत अपराध दर्ज है।