नक्सलियों ने की टीआरएस के पूर्व विधायक श्रीनिवास राव की हत्या, तीन दिन पहले किया था अपहरण

सुकमा :

तेलंगाना से तीन दिन पहले अपहरण किए गए टीआरएस नेता और पूर्व विधायक श्रीनिवास राव की नक्सलियों ने हत्या कर दी। उनका शव शुक्रवार दोपहर तेलंगाना बॉर्डर पर किस्टराम के एरमपाडू और पुट्‌टापाडू के बीच सड़क किनारे पड़ा मिला। शव के पास ही नक्सलियों ने पर्चे भी फेंके थे। इसमें कहा गया है कि टीआरएस नेता राव तेलंगाना इंटेलीजेंस के लिए काम करते थे और लोगों को भी मुखबिरी के काम में लगा रहे थे। साथ ही यह भी आरोप लगाया कि आदिवासियों की 70 एकड़ जमीन पर कब्जा भी कर लिया था। जमीन मांगने पर नक्सली मामलों में पुलिस के साथ मिलकर पीड़ितों को फंसा रहे थे।

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जानकारी के मुताबिक, तेलंगाना के भद्रादी कोठागुड़म जिले में उनके गृहग्राम कोथुर से सोमवार रात को नक्सलियों ने टीआरएस नेता श्रीनिवास राव का अपहरण कर लिया था। राव की पत्नी दुर्गा राव का कहना था कि एक दर्जन से ज्यादा लोग उनके पति को अगवा करने आए थे। इस दौरान पहले राव की पिटाई की गई, इसके बाद घसीटते हुए घर से बाहर ले गए। इसके बाद से लगातार उनकी रिहाई के लिए परिवार के सदस्य नक्सलियों से गुहार लगा रहे थे। वहीं तेलंगाना और छत्तीसगढ़ की पुलिस उन्हें ढूंढने में लगी थी। शुक्रवार को उनकी लाश मिलने के बाद परिवार में शोक की लहर दौड़ गई।

नक्सलियों ने श्रीनिवास की हत्या के दो प्रमुख कारण भी बताए हैं।  उनकी लाश के पास फेंके गए पर्चें में कहा गया है कि श्रीनिवास तेलंगाना इंटेलिजेंस के लिए काम कर रहे थे। वे खुद तो नक्सलियों की मुखबिरी कर रहे थे साथ में ग्रामीणों को भी इस काम में लगा रखा था। इसके अलावा उनकी हत्या के पीछे की एक बड़ी वजह भी नक्सलियों ने बताई है। इसमें कहा गया है कि श्रीनिवास ने आदिवासियों की 70 एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया था। आदिवासी जब इसका विरोध करते या जमीन खाली करने कहते तो वह उन्हें पुलिस के साथ मिलकर झूठे नक्सली मामलों में फंसा देते थे। ऐसे में उसे सजा दी गई है।

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