छत्तीसगढ़ में अंतागढ़ नान घोटाले को लेकर गहरी नाराजगी, कांग्रेस ने किया प्रदेश में 300 से अधिक स्थानों से रमन-जोगी के पुतला दहन का दावा

रायपुर :

छत्तीसगढ़ में अंतागढ़ नान घोटाले को लेकर सामने आ रहे तथ्यों के कारण रमन सिंह और अजीत जोगी के प्रति गहरी नाराजगी है। प्रदेश कांग्रेस के नेतृत्व में रमन-जोगी के पुतला दहन करने का आव्हान होने के बाद सभी जिला और ब्लाक मुख्यालयों के साथ-साथ प्रदेश में 300 से अधिक स्थानों से रमन-जोगी के पुतला दहन किये जाने का दावा कांगेस ने किया है.

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री एवं अध्यक्ष संचार विभाग शैलेश नितिन त्रिवेदी ने मीडिया को बताया की रमन जोगी के पुतला दहन कार्यक्रम को जबर्दस्त सफलता मिली है। सभी जिला और ब्लाक मुख्यालयों के साथ-साथ प्रदेश में 300 से अधिक स्थानों से रमन-जोगी के पुतला दहन के समाचार मिलते रहे।

‘‘हां मंतू’’ की आवाज गुंजती रही:

शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा की अंतागढ़ का आडियो टेप सोशल मीडिया में ज़बरदस्त वायरल हुआ है। पुतला दहन स्थलों पर भी ‘‘हां मंतू’’ की आवाज गुंजती रही। चाऊर वाले बाबा के ‘‘चाऊर घोटाला’’ पर तंज कसे गये।

रमन सिंह और अजीत जोगी के प्रति गहरी नाराजगी:

पुतला दहन के कार्यक्रम की जानकारी देते हुये शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि पूरे छत्तीसगढ़ में अंतागढ़ नान घोटाले को लेकर सामने आ रहे बयानों के कारण रमन सिंह और अजीत जोगी के प्रति गहरी नाराजगी है। प्रदेश के अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव में हुयी लोकतंत्र की हत्या मामले में मंतूराम पवार और नागरिक आपूर्ति निगम नान भ्रष्टाचार मामले में शिवशंकर भट्ट के बयान में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और अजीत जोगी के नाम उजागर हो गये है। दोनों ही मामलों में अदालत में दिये गये मंतूराम पवार पूर्व विधायक और शिवशंकर भट्ट पूर्व प्रबंधक के द्वारा दिये गये धारा 164 के तहत दिये गये कलमबंद बयानों पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और अजीत जोगी की संलिप्तता स्पष्ट उजागर हो गयी है।

खबर को शेयर करें