अमित शाह ने विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों और युवाओं से कानून के बारे में पूरी जानकारी लेने की अपील की है. उन्होंने छात्रों और युवाओं से इन राजनीतिक दलों के बहकावे में नहीं आने की भी अपील की.
नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून पर जारी विरोध प्रदर्शन के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने साफ कर दिया है कि ये कानून वापस नहीं लिया जाएगा और मोदी सरकार इन शरणार्थियों को नागरिकता देकर रहेगी.
युवाओं और छात्रों से की अपील
अमित शाह ने विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों और युवाओं से कानून के बारे में पूरी जानकारी लेने की अपील की है. अमित शाह ने कहा कि कानून के बारे में छात्रों की जानकारी सही नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार की वेबसाइट पर कानून को पढ़ा जा सकता है. अमित शाह ने दावा किया कि मोदी सरकार किसी के खिलाफ अन्याय नहीं करती है और छात्रों और युवाओं को अगर नागरिकता संशोधन कानून में किसी के खिलाफ कोई अन्याय जैसी बात दिखती है तो वो सरकार को बता सकते हैं.
विपक्ष भ्रम फैला रहा है
दिल्ली के द्वारका में एक कार्यक्रम में बोलते हुए अमित शाह ने ये साफ कर दिया कि विरोध के बावजूद सरकार इस कानून को वापस नहीं लेगी और तीन देशों से आए शरणार्थियों को नागरिकता देकर रहेगी. गृह मंत्री ने कांग्रेस और बाकी विपक्षी दलों पर पलटवार करते हुए कहा कि वो लोगों के दिमाग में भ्रम फैला रहे हैं. उन्होंने दोहराया कि नागरिकता कानून किसी की नागरिकता लेने नहीं बल्कि नागरिकता देने के लिए बनाया गया है. उन्होंने छात्रों और युवाओं से इन राजनीतिक दलों के बहकावे में नहीं आने की अपील की.
दिल्ली में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिलेगा
अमित शाह ने दावा किया कि दिल्ली में इस बार के चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिलेगा. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला करते हुए अमित शाह ने कहा कि पांच साल तक उनकी सरकार ने कोई काम नहीं किया. अमित शाह ने यह भी दावा किया कि अनाधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने में पांच साल की देरी इसलिए हुई क्योंकि अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की सरकार ने इस बारे में पांच साल में कुछ भी नहीं किया और रोड़ा अटकाते रहे.