नई दिल्ली :
लोकसभा चुनाव में हार के बाद राहुल गांधी ने 25 मई को कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में इस्तीफा दे दिया था। इसके 50 दिन बाद भी इस मसले पर सीडब्ल्यूसी की बैठक नहीं हुई है और ना ही यह तय किया जा सका है कि अध्यक्ष पद के लिए चेहरा कौन होगा। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस मुद्दे पर दो बार वॉर रूम में बैठक की, लेकिन उसमें केवल कर्नाटक के मुद्दे पर चर्चा हुई।
पार्टी सूत्रों के हवाले से न्यूज एजेंसी ने कहा- वरिष्ठ नेताओं के बीच अध्यक्ष पद के संभावित नामों को लेकर उलझन है। वॉर रूम की बैठक भी इसी मसले पर बुलाई गई, लेकिन कर्नाटक का मसला हावी रहा। सीडब्ल्यूसी के एक सदस्य ने कहा कि राहुल अब विकल्प नहीं हैं। वरिष्ठ नेताओं में पार्टी के युवा चेहरों और संगठनात्मक अनुभव रखने वाले चेहरों को लेकर दुविधा है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सुझाव दिया था कि युवा चेहरे को अध्यक्ष बनाना चाहिए। अन्य वरिष्ठ नेताओं का सुझाव है कि अनुभवी व्यक्ति को यह जिम्मा सौंपना चाहिए।