गरियाबन्द—सरकड़ा गांव में तीन आदिवासी किसानों की करंट से मौत के बाद राजिम में पोस्टमार्टम से इनकार करने का मामला गरमाता नजर आ रहा है आदिवासी समाज के पदाधिकारियों ने आज कलेक्टर से मिलकर मामले में खासी नाराजगी जताते हुए स्वास्थ्य विभाग के राजिम के अधिकारी तथा घटनास्थल के विद्युत विभाग के अधिकारि पर 3 दिन में कार्यवाही की मांग की है कार्यवाही नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
आदिवासी समाज के वरिष्ठ पदाधिकारि आज गरियाबंद कलेक्ट्रेट पहुंचे यहां जिले के कलेक्टर छतर सिंह डेहरे से मुलाकात करते हुए समाज के पदाधिकारी भरत दीवान अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज , फिरतू राम कंवर जिला पंचायत सदस्य, मनीष ध्रुव अध्यक्ष सरपंच संघ गरियाबंद, नरेंद्र ध्रुव, विरेंद्र ध्रुव, बनसिंग सॉरी, नवतुराम कमार, सीताराम सोनवानी, रानी जैन दुलेश कुमार ध्रुव, राजा ध्रुव,रामनाथ मरकाम, समेत अन्य लोगों ने कलेक्टर को लिखित आवेदन सौंपा जिसमें उन्होंने कहा है कि पांडुका थाना क्षेत्र के सर कड़ा में करंट लगने से आदिवासी समुदाय के 3 लोगों की मौत हो गया था जिसे राजीम स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मृतक के परिवार को पोस्टमार्टम करने से साफ इनकार किया गया अपने क्षेत्र का ना होने का हवाला दिया गया ऐसे समय में जब पूरा परिवार सदमे में था दुख की घड़ी थी ऐसे में पोस्टमार्टम से इनकार करना उचित नहीं था। आदिवासी समाज के पदाधिकारियों ने विद्युत विभाग की घोर लापरवाही के चलते इन लोगों की जान जाने का आरोप भी लगाया है इसके अलावा करंट से हाथी की मौत का जिम्मेदार भी विद्युत विभाग होने का आरोप लगाया है आदिवासी समाज ने राजिम स्वास्थ विभाग तथा विद्युत विभाग पर तीन दिवस के भीतर कार्यवाही नहीं किए जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है
आदिवासी समाज के लोग कलेक्टर छतर सिंह डेहरे से कलेक्ट्रेट प्रांगण में बाहर मिले तथा उन्हें स्थितियों की गंभीरता बताते हुए जल्द कार्यवाही की मांग की।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से भरत दीवान अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज , फिरतू राम कंवर जिला पंचायत सदस्य, मनीष ध्रुव अध्यक्ष सरपंच संघ गरियाबंद, नरेंद्र ध्रुव, विरेंद्र ध्रुव, बनसिंग सॉरी, नवतुराम कमार, सीताराम सोनवानी, रानी जैन दुलेश कुमार ध्रुव, राजा ध्रुव,रामनाथ मरकाम, टीकम नागवंशी आदि उपस्थित रहे।