रायपुर : छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के शुरू होते ही भाजपा नेता ओपी चौधरी ने अपने फेसबुक वाल पर पोस्ट किया है. उन्होंने आरोप लगाया है की कांग्रेस “राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव” के नाम पर गांधी परिवार को खुश करने के लिये “कांग्रेस महोत्सव” का आयोजन कर रही है. उनकी इस पोस्ट से नया विवाद खड़ा हो रहा है.
कुछ लोग उनका समर्थन कर रहें है तो कुछ लोग ज़बरदस्त ट्रोल कर रहे है. चौधरी ने अपनी फेसबुक वाल से की पोस्ट में कहा है की
“ अतिथियों की सूची को गौर से देखिये।आदिवासी भाइयों के बहाने, “राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव” के नाम पर,यह तो गांधी परिवार को खुश करने के लिये “कांग्रेस महोत्सव” ही लग रहा है।
अतिथियों के नाम में न तो कोई गैर कांग्रेसी सामाजिक स्तर का आदिवासी चेहरा शामिल है और न ही विपक्ष के आदिवासी सांसदों का ही नाम है।जब हमारे छत्तीसगढ़ से बाहर के पूर्व के पदाधिकारियों का नाम शामिल किया जा सकता है,हरियाणा के विधायक रणदीप सुरजेवाला जी का नाम लिखा जा सकता है,कोई संवैधानिक पद पर न रहने के बाद भी प्रियंका गांधी वाड्रा जी का नाम लिखा जा सकता है;तो वर्तमान छ्त्तीगढ़िया आदिवासी केन्द्रीय मंत्री रेणुका सिंह जी एवं वर्तमान छ्त्तीगढिया आदिवासी सांसद रामविचार नेताम जी,मोहन मंडावी जी व गोमती साय जी का नाम क्यों नहीं?राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के वर्तमान अध्यक्ष ,आदिवासी स्वाभिमान के लिये समर्पित नंदकुमार साय जी का भी नाम आखिर क्यों नहीं? पूरी सूची में एक भी गैर राजनीतिक सामाजिक आदिवासी चेहरे का नाम भी शामिल नहीं है।“
आरपी सिंह का जवाब :-
इस पर कांग्रेस नेता आरपी सिंह ने जवाब में 28 दिसंबर को आमंत्रित किए गए अतिथियों का हवाला देते हुए लिखा है कि आदरणीय चौधरी साहब उर्फ “कहरी बाबू” आप तो पढ़े-लिखे हैं अफसर भी रह चुके हैं बेहतर होता कार्ड को पूरा पढ़ा होता। आयोजन 3 दिन का है 1 दिन का नहीं और हर दिन अतिथि अलग-अलग हैं। भाजपा से संबंधित केंद्रीय मंत्री व अन्य नेता 28 तारीख को आमंत्रित हैं आपकी जानकारी के लिए और ज्ञान वर्धन के लिए कार्ड पोस्ट कर रहा हूं.