नई दिल्ली। यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रहे ईडी ने रिलायंस समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी को तलब किया है। ईडी ने पहले अनिल अंबानी को 16 मार्च को पेश होने का समन जारी किया था, लेकिन आज वे पेश नहीं हुए। अंबानी ने कुछ निजी आधार पर पेश होने से छूट मांगी थी, जिस पर ईडी ने अब उन्हें 19 मार्च को उपस्थित होने के लिए कहा है।
मालूम हो कि रिलायंस समूह की कंपनियों ने बैंक से करीब 12,800 करोड़ रुपये कर्ज लिया था, जो एनपीए हो गया है। संकटग्रस्त यस बैंक ने दिसंबर 2019 में समाप्त हुई तिमाही में उसे 18,564 करोड़ रुपये का घाटा होने की शनिवार को जानकारी दी। निजी क्षेत्र के इस बैंक का संचालन फिलहाल भारतीय रिजर्व बैंक के आदेश पर प्रशांत कुमार कर रहे हैं। बैंक ने पिछले साल इसी अवधि में 1,000 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया था और सितंबर में समाप्त हुई तिमाही में 629 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
यस बैंक की एनपीए दिसंबर तिमाही में 18.87 प्रतिशत हो गई हैं जो पिछली तिमाही (सितंबर) में 7.39 प्रतिशत थीं। साथ ही बैंक के पास अनिवार्य रूप से रखी जाने वाली नकदी में भी गिरावट आई है।
अनिल अंबानी ने नेतृत्व वाली कंपनी रिलायंस ग्रुप ने यस बैंक से भारी भरकम कर्ज लिया है। रिलायंस ग्रुप की नौ कंपनियों ने यस बैंक से 12,800 करोड़ रुपए का कर्ज लिया है। कंपनी की ओर से स्पष्टीकरण दिया गया है कि यस बैंक का कर्ज उनके पास पूरी तरह से सुरक्षित है और वो बैंक का सारा पैसा चुका देंगे। रिलायंस समूह ने कहा है कि वो अपनी संपत्तियां बेचकर यस बैंक के कर्ज का भुगतान करने के लिए प्रतिबद्ध है। ईडी ने कहा है कि एजेंसी यस बैंक के सभी बड़े कर्जदारों से पूछताछ करेगी, जिन्होंने राणा कपूर के कार्यकाल के दौरान लोन लिया है।